पहली बच्ची यही सोचकर खुश हो रही थी कि, उसकी अध्यापिका उसका मेकअप ठीक कर रही है। पहली बच्ची यही सोचकर खुश हो रही थी कि, उसकी अध्यापिका उसका मेकअप ठीक कर रही है।
परिणामस्वरूप आसपास के निवासी भी स्वच्छंद रूप से मदद करने के लिए सामने आए। परिणामस्वरूप आसपास के निवासी भी स्वच्छंद रूप से मदद करने के लिए सामने आए।
''चलो बालिका तैयार हो जाओ! हम तुमको लेने आये हैं।' 'यमराज ने बहुत छोटी फूल-सी कन्या से कहा ''चलो बालिका तैयार हो जाओ! हम तुमको लेने आये हैं।' 'यमराज ने बहुत छोटी फूल-सी कन...
वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, वो आज जो ह वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, ...
आमतौर पर सनक अनोखे व्यवहार को कहते हैं। एक सनकी की आदतें सामान्य व्यक्ति की समझ से बाहर आमतौर पर सनक अनोखे व्यवहार को कहते हैं। एक सनकी की आदतें सामान्य व्यक्ति की समझ ...
कैसे एक शिक्षिक के सही दिशा दिखाने से अन्तर्मुखी बच्चे भी खुल आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर पाते ह... कैसे एक शिक्षिक के सही दिशा दिखाने से अन्तर्मुखी बच्चे भी खुल आकर अपनी प्रतिभा क...